27वें बनारस पुस्तक मेला का समापन |
इंटरनेट एडिक्शन नई पीढ़ी के लिए घातक
वाराणसी, 17 नवम्बर 2024, 29वें बनारस पुस्तक मेला के अंतिम दिन कुशवाहा भवन में आयोजित समापन
समारोह कार्यक्रम में बोलते हुए सेवानिवृत्त डी.ए.वी. पी.जी. काॅलेज के मनोविज्ञान विभाग के प्राध्यापक डाॅ॰
कलामुद्दीन शेख ने बच्चों की व्यवहारगत समस्याएं एवं उसका समाधान विषय पर अपना व्याख्यान दिया। उन्होंने
सामान्य एवं दिव्यांग बच्चों की विभिन्न व्यवहारिक समस्याओं, आक्रमकता, चोरी करना, झूठ बोलना, आत्मघाती व्यवहार,
इंटरनेट एडिक्शन आदि समस्याओं पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला। उन्होंने आगे कहा कि आज बच्चों में इंटरनेट की
बुरी लत लग गई है, जो अभिभावकों एवं शिक्षकों के लिए एक बड़ी चुनौति बनकर उभरी है। ऐसे बच्चों में एडीएचडी,
स्वलीनता, अवसाद तथा अन्य घातक मानोवैज्ञानिक रोग के शिकार हो जाते हैं। दिनचर्या बाधित होने के कारण उनकी
शैक्षणिक गतिविधियां बाधित होती हैं तथा उनकी शैक्षणिक उपलब्धि पर बुरा प्रभाव पड़ता है। माता-पिता तथा परिवार
स्तर के लोगों को इन बच्चों की समस्याओं के प्रति जागरूक होना आवश्यक है। यदि बच्चों की समस्याएं बच्चों के
व्यक्तित्व विकास एवं उसकी प्रगति में बाधक है और पारिवारिक स्तर पर व्यवहार प्रबंधन न हो पाए तो बच्चों को
मनोवैज्ञानिक निर्देशन एवं परामर्श केन्द्र पर जाकर सलाह लें।
श्री अग्रसेन कन्या पी.जी. काॅलेज के डाॅ॰ जे.पी. शर्मा ने कहा कि बच्चों का टारगेट निर्धारित करें तथा लक्ष्य दिखाई देना
चाहिए। हमारे पारम्परिक संस्कार को छोड़ने के कारण ही विसंगतियां आ रही हैं। माता-पिता को छोड़कर बाहर रहने वाले
बच्चों की मानसिकता एवं संस्कार परिवर्तनशील हो चुका है।
देवाशी देव तथा गौरव कुशवाहा ने अपने विचार व्यक्त किए। डाॅ॰ लालजी ने ध्वनि प्रदूषण पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता
में विजेताओं को केंद्रीय संचार ब्यूरो क्षेत्रीय कार्यालय, वाराणसी द्वारा प्रमाण-पत्र एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को मंचासिन अतिथियों द्वारा मेडल और पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
डाॅ॰ अब्बास अली को कमजोर लोगों के इलाज में सहयोग प्रदान करने के लिए हेल्थ प्रहरी सम्मान से नवाजा गया। अध्यक्षता
कर रहे हाईकोर्ट के अधिवक्ता बैरिस्टर सिंह ने पुस्तक मेला में किए गए कार्यक्रमों की सराहना करते हुए प्रेरणा लेने की सलाह
दी। यहीं से प्रेरित होकर उच्च न्यायालय परिसर में हास्पिटल खोलने का प्रस्ताव पारित कराया। कार्यक्रम के पूर्व प्रबंधक मिथिलेश
कुमार कुशवाहा ने 7 दिनों की क्रियाकलाप का जिक्र किया और बताया कि पुस्तक मेला में प्रेमचन्द्र जी की कहानियां, सामान्य
ज्ञान, नक्शे, काॅपीयां, कैलेन्डर, धार्मिक तथा साहित्यिक पुस्तकें बिकी। संस्था के अध्यक्ष अवधेश कुमार कुशवाहा ने पुस्तक मेला
में सहयोग करने वाले सदस्यों, मिडिया कर्मियों तथा सामाजिक संगठनों को धन्यवाद दिया और 29वें पुस्तक मेला के समापन की
घोषणा की। इस अवसर पर संदीप वर्मा, संतोष कुमार, मिठाईलाल, सुनील कुमार राॅय, सुनील कुमार मौर्य, आनन्द प्रकाश सिंह,
संध्या कुशवाहा, शालिनी कुशवाहा, अमन कुशवाहा, नदीम अन्जुम, समशाद अली उपस्थित रहे।