27वें बनारस पुस्तक मेला का समापन |
वाराणसी, 13 नवम्बर, मोतीलाल मानव उत्थान समिति, कुशवाहा भवन, चन्दुआ छित्तूपुर में आयोजित 27वें बनारस पुस्तक मेला के समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि, आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के निदेशक, श्री राजेश कुमार गौतम ने कहा कि मातायें प्रथम शिक्षिका होती है और क्लास टीचर दूसरे गुरु होता है। उन्होंने किताबों को बराबर अध्ययन करते रहने की सलाह दी। गुगल से सूचनायें सतही स्तर पर मिलती है इसलिये हमें पुस्तकों के अध्ययन पर जोर देना चाहिये। पुस्तक मेला में आयोजित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार क्रमश: खुशबू पटेल, अंजली अग्रहरी व खुशी कुमारी ने प्राप्त किये एवं चित्रकला प्रतियोगिता में क्रमश: दीक्षा गुप्ता, दीपिका मौर्या व श्वेता विश्वकर्मा ने प्राप्त किया। कृतिका वर्मा, आकाश पाण्डेय, आराध्या व आदित्य को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
अध्यक्षता कर रहे श्री जगदीष वर्मा ने कहा कि किताबें हमारी मित्र एवं गुरु दोनों है इसका अध्ययन मन को शांति प्रदान करता है। संचालन कर रहे एम. एस. कुशवाहा ने पिछले सात दिनों के सात दिनों के दौरान हुये कार्यक्रमों का जानकारी दी। प्रतियोगी पुस्तकें, नक्षें, धार्मिक पुस्तकें, कापियां एवं कहानियों के पुस्तकों पर लोगों का अधिक जोर था। इसके अलावा प्रेमचन्द, फणीष्वरनाथ रेणु का मैला आंचल, शरतचन्द्र की कहानियां, स्वास्थ्य सम्बंधि पुस्तकें ज्यादा पसंद की गयी।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के अन्तर्गत लोक गायिका, मंगला सलोनी व उनके टीम ने भजन एवं गीत प्रस्तुत करके उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
संस्था के अध्यक्ष, अवधेश कुमार कुशवाहा ने कहा कि षिक्षा ही विकास की कुँजी है। पुरानी संस्कृति, पुस्तकें के माध्यम से ही संरक्षित हो सकती है। गुगल पूरी जानकारी नहीं दे पायेगा। इंटरनेट बच्चों को संस्कारो से दूर कर रहा है। इंटरनेट के साथ पुस्तकें भी पढ़ें। उन्होंने पुस्तक मेले के आयोजन में सहयोग करने वाले प्रकाशकों, वितरकों, प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, संस्था के सदस्यों एवं अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान प्रबंधक, मिथिलेश कुमार कुशवाहा ने अतिथियों को अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह एवं पुस्तक देकर स्वागत किया। इस अवसर पर मोतीलाल, डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव, राकेश तिवारी, प्रमोद कुमार, अमरनाथ कुशवाहा, संदीप वर्मा, लालचन्द कुशवाहा, लालजी, मिठाई लाल, राधेश्याम मौर्य, प्रकाश कुमार, हिमांशु, अभिजीत प्रजापति, श्रीकृष्ण जी आदि लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन सचिव, एम.एस. कुशवाहा तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रबंधक, मिथिलेश कुमार कुशवाहा ने किया।