मोतीलाल मानव उत्थान समिति द्वारा आयोजित 27वाँ बनारस पुस्तक मेला - 2022
पुस्तकें ज्ञान व सूचना की वाहक होती है। -प्रो. एच.एन. प्रसाद
वाराणसी, 07 नवम्बर, मोतीलाल मानव उत्थान समिति, कुषवाहा भवन, चन्दुआ छित्तूपुर में आयोजित 27वें बनारस
पुस्तक मेला के उद्घाटन समारोह के अवसर पर, पूर्व कुलपति, नालंदा मुक्त विष्वविद्यालय, पटना, व ग्रंथालय एवं
सूचना विज्ञान विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी के प्रो. एच.एन. प्रसाद जी ने कहा कि पुस्तक हमेषा ज्ञान,
सूचना, मागदर्षन के लिये उपयोगी रहा है। पुस्तकों का महत्व कभी भी कम नहीं हुआ है, इण्टरनेट पर जो भी ज्ञान उपलब्ध
है वह अधूरा होता है। सम्पूर्ण ज्ञान के लिये पुस्तक पर ही निर्भर रहना पड़ता है। पुस्तक मेला के माध्यम से समाज में जो
मैसेज जाता है। लोगों को षिक्षा के प्रति आकर्षित करना है इसलिये 27 वर्षों से करती आ रही है। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।
पुस्तकों की छपाई में लगातार वृद्धि हो रही है। विष्व में 25 करोड़ पुस्तकें प्रकाषित हो चुकी हैं। प्रत्येक वर्ष लगभग 2-3 लाख
प्रतिवर्ष किताबें प्रकाषित होती हैं। लेखक, विद्वान लगातार लोग कार्य कर रहे है। पुस्तकें आराम से पढ़ना चाहते है, पुस्तक मेला
के माध्यम से बच्चों को ज्यादा प्रोत्साहित करें। बच्चे कम से कम मोबाईल का उपयोग करें। आँख की रोषनी तथा मेण्टल प्राब्लम
आती है।
अध्यक्षता कर रहे मनौवैज्ञानिक, डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि एक पीढ़ी अपने को लिपिबद्ध करे जो दुसरी पीढ़ी में
पुस्तकों के माध्यम से ज्ञान का संरक्षण किया जा सकता है। जैसे-जैसे विज्ञान बढ़ेगा पुस्तकों का स्वरुप बदलेगा।
इस अवसर पर आर्यसमाज दिल्ली के विनय आर्य, डॉ. नरसिंह राम, डॉ. दयानन्द, श्री जोखन प्रसाद कुषवाहा ने भी अपने
विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम से पूर्व मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन कर पुस्तक मेला का शुभारम्भ किया। अतिथियों के सम्मान
के पश्चात, पुस्तक व्यवसायी एवं समाजसेवी, श्री रामाज्ञा मौर्य को उनके संस्था से सक्रिय रुप से 25 वर्षों से लगातार जुड़े रहने व
उपयोगी सुझावों के लिये उनके प्रखर एवं कर्मठ व्यक्तित्व के रुप में सम्मानित किया गया।
इसके बाद संस्था द्वारा प्रकाषित पुस्तक ’स्मृति-प्रवाह’ का लोकार्पण अतिथियों द्वारा किया गया। अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता,
अवधेष कुमार कुषवाहा ने कहा कि बनारस पुस्तक मेला ज्ञान-विज्ञान को बढ़ावा देने के लिये एक प्लेटफार्म के रुप में कार्य कर रही है।
इस अवसर पर अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में पिण्टू कूण्डु, पंकज श्रीवास्तव, संदीप वर्मा,
डॉ. लाल जी, सुनील कुमार मौर्य आदि लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सचिव, एम. एस. कुषवाहा ने किया तथा धन्यवादज्ञापन प्रबंधक,
मिथिलेष कुमार कुषवाहा ने किया।