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बनारस पुस्तक मेला

मोतीलाल मानव उत्थान समिति, वाराणसी
दिनांक 11 से 17 नवम्बर 2024
वर्ष 1996 ईo से अनवरत 29 वर्ष

पुस्तक मेला-2024

कार्यक्रम का तिथिवार विवरण दिए गए लिंक बटन के माध्यम से प्राप्त करें

'बनारस पुस्तक मेला' के सफल आयोजन की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, इस वर्ष पुस्तक मेला की तिथियाँ निर्धारित की गई हैं। संस्थापक मंडल और मान्यवर सहयोगियों की सहमति से, इस वर्ष का कार्यक्रम 11 नवम्बर 2024 से शुरू होकर 17 नवम्बर 2024 को संपन्न होगा। इस अवधि में आयोजित होने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में आप सभी सम्माननीय अतिथियों को 'बनारस पुस्तक मेला' परिवार द्वारा सादर आमंत्रित किया जाता है।

बनारस पुस्तक मेला-2023, साभार वी एल एम मीडिया

पुस्तक मेला-2023

कार्यक्रम का तिथिवार विवरण दिए गए लिंक बटन के माध्यम से प्राप्त करें

पुस्तक मेला आयोजन वर्ष 2022

'बनारस पुस्तक मेला' के सफल संचालन की कड़ी ओ आगे बढ़ते हुए इस वर्ष पुस्तक मेला कार्यक्रम की तिथियाँ निश्चित कर दी गई है | संस्थापक मण्डल एवं गणमान्य सहयोगियों की सहमति से इस वर्ष कार्यक्रम का शुभारंभ 07 नवंबर तथा समापन 13 नवंबर 2022 के मध्य सम्पन्न हुआ | उक्त तिथियों के मध्य आयोजित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों मे आप सभी माननीय अतिथियों को 'बनारस पुस्तक मेला' परिवार सादर धन्यवाद ज्ञापित करता है |

बनारस पुस्तक मेला-2021, साभार न्यूज बकेट

पुस्तक मेला-2021

रजत जयंती वर्ष के पश्चात वर्ष 2021 मे हुए पुस्तक मेला आयोजन में गत वर्षों की भांति ही लोगों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग कर कार्यक्रम को सफल बनाया | विभिन्न तय कार्यक्रमों में माननीय अतिथियों ने अपने अनुभव तथा वक्तव्यों से प्रतिभागियों का मार्गदर्शन कर उन्हें लाभान्वित किया | कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व प्रोफेसर ओ पी एस मौर्य जी रहे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री अवधेश कुमार कुशवाहा (वरिष्ठ अधिवक्ता) जी के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुई |

हमेशा की ही तरह विभिन्न विषय-वर्गों से संबंधित पुस्तकों के प्रति पाठकों का उत्साह अतुलनीय रहा तथा नए विषयों से सम्बद्ध पुस्तकें पाठकों के ध्यानाकर्षण का केंद्र रहीं |

बनारस पुस्तक मेला-2020, साभार दूरदर्शन वाराणसी

रजत जयंती वर्ष, पुस्तक मेला-2020

विगत वर्षों की भांति ही, इस 2020 में भी, काशी की इस अद्भुत परंपरा का निर्वहन करते हुए, 'मोतीलाल मानव उत्थान समिति, वाराणसी' द्वारा प्रसिद्ध 'बनारस पुस्तक मेला-2020' का आयोजन किया गया | संस्था के विकास क्रम मे एक और कड़ी जोड़ते हुए, समिति के द्वारा 'बनारस पुस्तक मेला' के ऑनलाइन संस्कारण का लोकार्पण किया गया | यह सुविधा वर्तमान 'कोविद-19' की विषमताओं को ध्यान में रखकर तैयार की गयी है तथा उन सभी माननीय अतिथिगण के सेवार्थ उपलब्ध है, जो किन्हीं कारणवश 'बनारस पुस्तक मेला-2020' में उपस्थित हो पाने में असमर्थ रहे | हमारा प्रयास, संस्था की बहुमूल्य ऐतिहासिक विरासत को जनसामान्य तक उपलब्ध करना तथा पुस्तक मेले के आयोजन को विश्वव्यापी पहचान दिलाना है |

पुस्तक मेला - 2017, 2018 एवं 2019

साहित्य, संगीत, कला, ज्ञान-विज्ञान, एवं शिक्षा की नगरी तथा देश की सांस्कृतिक राजधानी काशी में "मोतीलाल मानव उत्थान समिति" द्वारा पुस्तकों की महत्ता को आमजन तक पहुँचाने तथा पुस्तकों के प्रति जन जागरूकता लाने एवं पढ़ने की प्रवृत्ति को बनाए रखने के लिए पिछले 25 वर्षों से लगातार प्रतिवर्ष पुस्तक मेला का आयोजन किया जाता रहा है | प्रतिवर्ष कुशवाहा भवन परिसर चंदुआ, छित्तुपुर, सिगरा, वाराणसी में 8 दिनों तक चलने वाले पुस्तक मेले में छात्रों, शिक्षकों, साहित्यकारों, महिलाओं, बच्चों के लिए एक ऐसा स्थल होता है, जहाँ साहित्यिक, वैज्ञानिक, धार्मिक, रोजगारपरक, सामान्य ज्ञान एवं प्रेरक साहित्य संबंधी पुस्तकें एक स्थान पर उपलब्ध हो जाती हैं |

"बनारस पुस्तक मेला - 2018" के आयोजन की झलक दूरदर्शन वाराणसी निर्मित वृत्तचित्र को संलग्न चलचित्र के माध्यम से देखा जा सकता है |

बनारस पुस्तक मेला-2017, साभार दूरदर्शन वाराणसी

बनारस पुस्तक मेला-2018, साभार दूरदर्शन वाराणसी

बनारस पुस्तक मेला-2019 : साभार काशी की आवाज़

समाचार, इतिहास एवं विकास क्रम

पुस्तक मेला केवल पुस्तकों को ही एक स्थान पर सुलभ कराने का अवसर नहीं है बल्कि इस अवसर पर स्वास्थ्य, शिक्षा, कानून, पर्यावरण, सामाजिक कुरीतियाँ एवं बच्चों में पढ़ने की प्रवृत्ति को जागरूक करने हेतु विभिन्न विषयों से संबन्धित प्रतियोगिता का भी आयोजन करती है | ज्वलंत विषयों पर संगोष्ठियों तथा परिचर्चा का आयोजन होता है, जिसमें साहित्यकार, पत्रकार, कलाकार, समाजसेवी, अधिवक्ता, पर्यावरणविद, शिक्षाविद, कवि तथा उद्योग आदि क्षेत्रों से जुड़े विषय विशेषज्ञ अपने अनुभवों के ज्ञान तथा सुझाव को जनमानस तक पहुँचाने का पूरा-पूरा प्रयास करते हैं |

"बनारस पुस्तक मेला" के संघर्ष एवं योगदान की कहानी वाराणसी के समाचार पत्रों ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है | आरंभ से ही सामाजिक कार्यों एवं जनोत्थान की दिशा में संस्था के योगदान को विशाल जन समर्थन प्राप्त होता रहा है | जन समर्थन की इसी कड़ी में समाचार पत्रों द्वारा "बनारस पुस्तक मेला" एवं "मोतीलाल मानव उत्थान समिति" के हर आयोजन को प्राथमिकता प्राप्त होती रही |

आरम्भ-1996

'बनारस पुस्तक मेला' का प्रथम आयोजन वर्ष 1996 में 'श्री मिथिलेश कुशवाहा' जी के नेतृत्व में किया गया | सीमित संसाधन किन्तु वृहद उद्देश्य के साथ आयोजित इस मेले का आशय जन सामान्य में पुस्तकों के प्रति बढ़ती उदासीनता को समाप्त कर उन्हें परिचित करना रहा कि, पुस्तकें न केवल वैचारिक अपितु अंतर-वैयक्तिक तथा सामाजिक उन्नति का माध्यम होने के साथ ही जीवन का एक अनिवार्य अंग भी है | श्री 'मिथिलेश कुशवाहा' जी ने इस मेले के आयोजन के संदर्भ में कहा कि, "हिन्दी के पाठकों की कमी नहीं है, बल्कि अच्छी एवं सस्ती पुस्तकें पाठकों तक पहुँचाने के उचित चैनल का घोर अभाव है" | आरंभ से पचीस वर्ष अनवरत एवं भविष्य में भी 'श्री मिथिलेश कुशवाहा' जी एवं संस्था के अन्य माननीय सदस्य अपने इन्हीं उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु प्रयत्नरत रहने को प्रतिबद्ध हैं |